किडनी, दिल, लीवर के डोनर नहीं मिलने से हर साल कई मौतें होती हैं।
वैज्ञानिकों ने एक अनोखा तरीका ढूंढा है – Gene Edited सूअर। इनके अंग इंसानों को बचा सकते हैं।
ये ऐसे सूअर हैं जिनके डीएनए को बदला गया है ताकि उनके अंग इंसानी शरीर में रिजेक्ट न हों।
सूअरों के अंग आकार और कार्य में इंसानी अंगों से मिलते-जुलते हैं। इसीलिए ये सबसे बेहतर विकल्प माने जाते हैं।
कुछ मरीजों में Gene Edited सूअर के दिल और किडनी ट्रांसप्लांट के ट्रायल हो चुके हैं।
2022 में एक व्यक्ति को सूअर का दिल लगाया गया था। हालांकि मरीज दो महीने बाद मर गया, पर यह एक बड़ी उपलब्धि थी।
CRISPR तकनीक से सूअर के जीन में बदलाव कर, अंगों को इंसानी शरीर के अनुकूल बनाया जाता है।
वैज्ञानिकों ने सूअर के डीएनए से PERV नामक वायरस हटा दिए, जिससे संक्रमण का खतरा कम हो गया है।
अगले कुछ सालों में Gene Edited सूअर के अंगों का इंसानी ट्रायल शुरू हो सकता है।
अगर ट्रायल सफल रहे, तो अंगों की कमी खत्म हो सकती है और लाखों जानें बच सकती हैं।